क्या लेके आया बंदा लिरिक्स
क्या लेके आया बंदा ,
क्या लेके जायेगा। २
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २
इस जगत सराई में ,
मुसाफिर रहना दो दिन का। २
क्यों वीरता करे गुमान ,
मुर्ख इस धन और जोबन का। २
बंध मुठ्ठी आया जग में ,
खाली हाथ जायेगा। २
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २
क्या लेके आया बंदा ,
क्या लेके जायेगा। २
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २
वे कटे गया बलवान ,
तीन बार धरती टोलणिया। २
जारी पड़ती धाक ,
नहीं कोई सामी बोलणिया। २
निर्भय डोलणिया वे तो ,
गया रे अकेला। २
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २
क्या लेके आया बंदा ,
क्या लेके जायेगा। २
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २
नहीं झेल सका कोई ,
माया गिण गीणाई रे। २
गढ़ किला की नीव ,
छोड़ गया चुनी चुनाई रे।
चुनी रे चुनाई रे गई ,
गया है अकेला।
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २
क्या लेके आया बंदा ,
क्या लेके जायेगा। २
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २
इस काया का है बाग़ ,
भाग बिना पाया नहीं जाता।२
कहे कर्म बिना नसीब ,
तोड़ फल खाया नहीं जाता। २
भव् सागर से तीर ले बंदा,
हरी गुण गायले। २
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २
क्या लेके आया बंदा ,
क्या लेके जायेगा। २
दो दिन की जिंदगी है ,
दो दिन का मेला। २