Last updated on May 15th, 2024 at 10:43 am
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरो वाली मैया भजन लिरिक्स
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरो वाली मैया
अपना मुझे बना ले ए मेहरोँ वाली मैया,
सदा पापी से पापी को भी तुम, माँ भव सिंधु तारी हो,
फँसी मझधार में नैया को भी, पल में उबारी हो,
ना जानें कौन ऐसी भूल, मुझसे हो गयी मैया,
तुम अपने इस बालक को माँ, मन से बिसारी हो,
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैयां,
अपना मुझे बनाले ए मेहरों वाली मैयां,
दर्शन को मेरी अखिया कब से तरस रही हैं,
सावन के जैसे झर झर अखियाँ बरस रही हैं,
दर पे मुझे बुला ले, ए शेरों वाली मैया,
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैयां,
अपना मुझे बनाले ए मेहरों वाली मैयां,
आतें हैं तेरे दर पे, दुनियां के नर और नारी,
सुनती हो सब की विनती, मेरी मैया शेरों वाली,
मुझ को दरश दिखा दे, ए मेहरों वाली मैया,
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैयां,
अपना मुझे बनाले ए मेहरों वाली मैयां,
शर्मा पे मेरी मैया दृष्टि दया की कर माँ,
चरणोँ की धूल देकर लख्खा की झोली भर माँ,
मरते को अब जीलादे ए शेरों वाली मैया,
बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैयां,
अपना मुझे बनाले ए मेहरों वाली मैयां,