Last updated on May 16th, 2024 at 10:23 am
पर्व वट सावित्री का भजन लिरिक्स
सावित्री माँ जय हो माँ जय हो माँ सावित्री माँ
पर्व वट सावित्री का हम मनाएं उम्र स्वामी की लम्बी कर आएँ
पर्व वट सावित्री का हम मनाएं उम्र स्वामी की लम्बी कर आएँ
सावित्री माँ को ध्यायेंगे हर दम
बोले मन की तरंग ,रहें सदा सुहागन -2
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
वट वृक्ष की परि, क्रमा लगायें बाँध लाल धागा, दीये हम जलाएं
वट वृक्ष की परि, क्रमा लगायें बाँध लाल धागा, दीये हम जलाएं
करके जल अर्पण हम करें पूजन -2
जब तक हो अपनी साँसों में ये दम
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
सावित्री माँ जय हो माँ जय हो माँ सावित्री माँ
करें तेरी पूजा और , कहे दिल ये मेराखुशियों में अपने छाये, कभी न अँधेरा
करें तेरी पूजा और , कहे दिल ये मेराखुशियों में अपने छाये, कभी न अँधेरा
करूँ ये कामना सब सुखी होवे माँ -२
कभी छू भी न पाए कोई ग़म
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
पर्व वट सावित्री का मनाएं उम्र स्वामी की लम्बी कर आएँ
पर्व वट सावित्री का मनाएं उम्र स्वामी की लम्बी कर आएँ
सावित्री माँ को ध्यायेंगे हर दम
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन