शौकीन भस्मों का भजन लिरिक्स
शौकीन भस्मों का बैठा है श्मशान में,
जो है देवो का देव जो कहलाये महादेव ,
सारी दुनिया जहां में,
शौकीन भस्मों का बैठा है श्मशान में…..
मुर्दो की राख भोले तन पे लगाते है,
उज्जैन वाले महाकाल कहलाते है,
भूत प्रेतों के साथ रहते है भोले नाथ,
हर दम रहते ध्यान में,
शौकीन भस्मों का…
अर्ध नारेश्वर भोले आदि और अन्त है,
असुर भी पूजे जिनको पूजे साधु संत है,
है भोले वरदान ये देते मन मानी,
ये लिखा वेद कुराण में,
शौकीन भस्मों का…
चलता है सिक्का इनका सारे ही ज़माने में,
भस्मो से खेले होली मिलता मसाने में,
नाग लिपटे तन पर मस्त है डमरू धर,
लटके है बिच्छू कान में,
शौकीन भस्मों का बैठा है शमशान मे….
ये है दानी बड़े है भोले रावण को देदी लंका,
तीनो लोको में बाजे मेरे भोले का डंका,
गिरी बोले हरदम बोलता हर हर बम,
गाये जा शिव की शान में,
शौकीन भस्मों का
शौकीन भस्मों का बैठा है श्मशान में,
जो है देवो का देव जो कहलाये महादेव ,
सारी दुनिया जहां में,
शौकीन भस्मों का बैठा है श्मशान में…..