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उगी सुरुज देव छठ गीत लिरिक्स
उगी सुरुज देव दिहि दर्शनवा
मन बा उदास कईसे करी हम पुजनवा
उगी सुरुज देव दिहि दर्शनवा
मन बा उदास कईसे करी हम पुजनवा
अब ललकी ललईया बिखेरिहे नु हो
आदित गोसईया दुखवा बलईया हरिहे नु हो
आदित गोसईया दुखवा बलईया हरिहे नु हो !
उनके ही आसे पियासे उपासे नु हो
सुनिहे अरज ना होखs निरासे नु हो
उनके ही आसे पियासे उपासे नु हो
सुनिहे अरज ना होखs निरासे नु हो
सातो घोड़वा के रथ से उतरिहे नु हो
आदित गोसईया दुखवा बलईया हरिहे नु हो
आदित गोसईया दुखवा बलईया हरिहे नु हो !
मन हरसाई आई जुड़ाई नु हो
अरुण पवन के आसरा पुराई नु हो
मन हरसाई आई जुड़ाई नु हो
अरुण पवन के आसरा पुराई नु हो
देव विकट समईया के टरिहे नु हो
आदित गोसईया दुखवा बलईया हरिहे नु हो
आदित गोसईया दुखवा बलईया हरिहे नु हो !