Last updated on May 15th, 2024 at 07:01 am
राम रंग बरसयो आज मोरे अंगना भजन लिरिक्स
राम रंग बरसयो री आज मोरे अंगना में।
प्रेम रंग बरसयो री आज मोरे अंगना में।।
जाग गए सब सोए सपने, सभी पराए हो गए अपने।
लगे प्रेम की माला जपने, ओ अंग अंग हरषयो री।।
धरती नाची अम्बर नाचा, आज देवता भी है नाचा।
मैं नाची जग सारा नाचा, प्रेम रस बरसयो री।।
युग युग से ये नैन बिछाए, आज सखी पिया घर में आए।
कहाँ बिठाऊँ मोहे समझ न आए, और कोई घर लियो री।।
ठुमक ठुमक मोरी पायल बाजे, प्रेमी को तो प्रीत ही साजे।
अगल बगल मोरे राम बिराजे, बहुत दिन तरसयो री।।