धन धन नगर अयोध्या लिरिक्स
धन धन नगर अयोध्या,
धनय राजा दशरथ,
धनय राजा दशरथ हो
अब धन री कौशिल्या तोरे भाग रमइया जहॉं जनमे
रमइया जहॉं जनमे हो
धन धन नगर अयोध्या,
धनय राजा दशरथ,
धनय राजा दशरथ हो
अब धन री कौशिल्या तोरे भाग रमइया जहॉं जनमे
रमइया जहॉं जनमे हो
जउने दिन रामा जनम भे हैं
धरती अनन्द भई
धरती अनन्द भई हो
अब बजे लगी अनन्द बधइयॉं
गावेंरी सखी सोहर
गावेरी सखी सोहर हो
सखी बजे लगी अनन्द बधइयॉं
गावेंरी सखी सोहर
गावेरी सखी सोहर हो
जउने दिन रामा जनम भे हैं
मोतियन लुट भई
मोतियन लुट भई हो
अब मोतिया के नाक बेसरिया
कोशिल्या नथ सोहे
कौशिल्या नथ सोहे हो
जउने दिन रामा जनम भे हैं
मोतियन लुट भई
मोतियन लुट भई हो
अब मोतिया के नाक बेसरिया
कोशिल्या नथ सोहे
कौशिल्या नथ सोहे हो
धन धन नगर अयोध्या,
धनय राजा दशरथ,
धनय राजा दशरथ हो
अब धन री कौशिल्या तोरे भाग
रमइया जहॉं जनमे
रमइया जहॉं जनमे हो