देखो री जनकपुर मे आनंद छाया है Dekho Ri Janakpur Mai Anand Chaya Hai
देखो री जनकपुर मे आनंद छाया है
सुख का सागर उमड़ता आया है
आज सिया नव साज़ कियो है
की वार रघुनंदन ब्याहन आयो है
देखो री जनकपुर आनंद छाया है
१) आज सुनैना जी फूली न समाती
की सुंदर सुघड़ जमाई पाया है
आज सभी सखियाँ बलि बलि जाए
प्रभु ने सुंदर जोड़ा बनाया है
२) आज बहुत पुलकित सिय मन में
मान भावन साजन जो पाया है
जनक राज मन सुख न समावे
जिन्होने ये मंगल साज़ सहाया है
३) मुबारक हो सबको मनोहर जोड़ी
की राजों ने खुश होके मंगल गाया है
देखो री जनकपुर आनंद छाया है
सुख का सागर उमड़ता आया है